Monday 13 February 2017

साली को चोदना सिखाया

हेलो दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं ३३ साल का हूं. मेरी शादी तब हुई थी जब मैं ३० साल की उमर का था. मेरी शादी हमारे पडोस के शहर की एक लड़की के साथ हुई थी. शादी के टाइम मेरी एक छोटी साली थी. जो ग्रेजुएशन के तीसरे साल में पढ़ रही थी. शादी के बाद मैं अपनी बीवी से बहुत खुश था. हम दोनों बहुत मस्त सेक्स करते थे, कोई टाइम बाउंड नहीं था, दिन रात सुबह शाम जब मन करे सेक्स करते थे और हम दोनों बहुत ही खुश रहते थे. ऐसे ही हमारी शादी को तिन साल हो गये और मेरी बीवी अब प्रेग्नेंट हो गई और ७ महीने बाद अपने मायके चली गई थी.
अब मैं घर पर अकेला रहता था और तडपता रहता था. फिर मेरी नजर गई मेरी साली पर जो मेरे शहर में ही एक हॉस्टल में पढ़ रही थी, उस की फिगर ३२-२८-३०  की थी, वह बहुत शर्मीली टाइप की लड़की थी, सिर्फ मेरे से कुछ खुल कर बात करती थी बाकी दूसरों से ज्यादा बात नहीं करती थी. उसकी दिदि के चले जाने के बाद हम दोनों रोज बात करते थे और एसएमएस  भी किया करते थे, वह गाने की बहुत शौकीन थी तो में उसे अच्छे टाइप के सॉन्ग और नेट से डाउनलोड नयी मूवी देता था, अब धीरे धीरे मेरे दिमाग में कुछ और आया.
मैं कुछ सेक्स स्टोरीज साली जीजा वाला और पोर्न  फोटो और फिल्म दूसरा फाइल में देने लगा और उस के साथ को बातों बातों में उसे पूछता था कि क्या यह फाइल देखी है तुमने? फिर उस ने बातें करते करते वह फाइल खोली और देखी और कहां की छि जीजू कीतनी गंदी फोटो हे तो मैंने बोला कि आगे देखो और अच्छा फोटो है, फिर मैं मेरा और उस की दीदी की कुछ सेक्स कहानी उस को बताने लगा, धीरे धीरे उस को फ्लर्ट करने लगा, एक दिन रात को उस से बात करते करते वह बोली की जीजू  आप को अकेले अच्छा नहीं लगता होगा? तो मैं बोला तू रात को घर क्यों नहीं आ जाती रात को बात करेंगे.
वह मान गई और हॉस्टल में बोल कर आई कि मेरी दीदी प्रेग्नंट स्टेज में है उसे हेल्प करने के लिए जीजू के घर जाऊंगी, किसी को कोई शक नहीं हुआ और शाम को मेरे साथ घर आ गई. शाम को हम खुद खाना बनाएं और उस की किचन में हेल्प की. दोनों खाना खा कर बातें करने लगे, इधर उधर की बातों बातों में हमने पूछा कि तेरा कोई बॉयफ्रेंड है क्या? तो उस ने कहा की नहीं हे. तो फिर मैंने उसे बातों बातों में सेक्स की बातें पर ले गया और वह भी इंटरेस्ट ले कर पूछने लगी सेक्स क्या होता है?
फिर मैंने अपना लैपटॉप निकाला और उस को एक एक क्लिप दिखाने लगा और समझाने लगा, अभी वह थोड़ा चुप होने लगी, फिर मैंने बहुत पूछा तो उस ने बताई की क्या सच में लड़के का यह अंग को लड़की लोग अपने मुंह में लेती है? मैंने समजाया तेरी दीदी भी मेरा लेती है और वह भी बड़े प्यार से और शौक से. फिर मैंने  उस का डर तोड़ने के लिए बोला कि यह फिल्म में लड़कों का हथीयार इतना बड़ा होता है सच में नहीं होता हे. और मैंने पूछ लिया तुमने ओरिजिनल नहीं देखा क्या? तो वह बोली कहां से देखेंगे? मैंने पूछा तुम देखना चाहोगी क्या? तो यह सुन कर वह एकदम चुप हो गई, मैं भी डर गया शायद वह अपनी दीदी को ना बता दे, और मुझे उसे चोदने का आज बहुत मन कर रहा था, फिर वह बाथ रुम चली गई और आ के बोली जीजू मेरे को नींद आ रही है.
तो मैंने बोला तू अकेली सोएगी तो तुजे डर लगेगा, इसीलिए तू मेरे साथ ही सो जा, तो वह मान गयी और सो गई, मैं ड्राइंग रूम में और कुछ ब्लू फिल्म देख कर मेरे रूम में आया सोने को, रूबी सो गई थी लेकिन उसकी ब्रेस्ट बहुत सेक्सी लग रही थी और जांघे इतनी मदमस्त दिख रही थी, मैंने देखा रूबी को नींद आ गई थी, मैंने पहले तो उस के बूब्स को दिल खोल कर देखा, मेरा दिल कर रहा था उसके मोटे मोटे बूब्स को अभी के अभी नंगा कर दू.
फिर मेरे दिमाग में एक प्लान आया. मैंने अपनी लुंगी में से अंडरवेयर को निकाल दिया और मेरी लुंगी को ऊपर इस तरह से किया कि उसे लगे की मेरी लुंगी नींद में ऊपर हो गयी हो और में सीधा लेट गया, मेरा लंड पूरा खुला हुआ था, मे यह सोच रहा था कि रूबी का ध्यान मेरे लंड पर कैसे जाए? मैंने अपना हाथ रूबी के ऊपर इस तरह से डाला के उसे लगे की मैं सोया हुआ हूं, मेरा हाथ जैसे ही रूबी पर पड़ा रूबी ने पटक से मेरी तरफ देखा, मैं आंख बंद कर के लेटा हुआ था, उसे लगा कि मैं सो रहा हूं, फिर उस की नजर मेंरी लूंगी पर पड़ी और अचानक वह बैठी हो गई, और मैं चुपचाप उसे देख रहा था, उस की नजर मेरे लंड पर थी जो खड़ा नहीं था, वह मेरे को ऐसे देख रही थी जैसे उसे खा जाएगी, मैं इंतजार कर रहा था कि वह मेरे लंड को टच करें और वह खड़ी हुई और रूम के बाहर चली गई, मैंने सोचा उस को बुरा लगा होगा, मेरा प्लान फेल हो गया.
मेरी यह सोचते सोचते ही आँख लग गयी थी. थोड़ी देर बाद अचानक मुझे ऐसा लगा कोई मेरे लंड को सहला रहा है, मैंने आंख को खोल कर देखा तो रूबी मेरे पास लेटी हुई मेरे लंड को आहिस्ता आहिस्ता अपने कोमल हांथो से सहला रही थी और उस की नजर भी मेरे लंड पर थी. अब तो मेरी नींद उड़ चुकी थी, यह पूरा मौका था रूबी को चोदने का. अब मेंने एक करवट बदली और अपना हाथ रूबी के बूब्स पर रख दिया तो रूबी ने अपना हाथ मेरे लंड पर से हटा लिया, मैंने भी अब धीरे धीरे उस के बूब्स को प्रेस करने लगा, वह आंख बंद कर के लेटी थी और मैं उसके और करीब हो गया और जोर से उस के बूब्स को दबाया उस के मुंह से अहह हू हहह उऔउ हहह की आवाज निकली.
अब मेरी हिम्मत बढ़ रही थी, मैंने अब एक हाथ रूबी के टी शर्ट में डाला और उस के बूब्स को प्रेस करने लगा, उस के मुंह से आह्ह औऊ अह्ह्ह औऊ इह हां औउ ओह हहह की आवाज निकलने लगी, मैं समझ गया था कि वह अब मुड में आ रही है. अब में धीरे धीरे रूबी के उपर लेट कर उसे किस करने लगा, उस के गुलाबी होंठ बहुत रसीले लग रहे थे, बहुत देर तक मैंने उस के होंठो को चूसा, फिर मैंने उस का टी शर्ट ऊपर किया और उस ने पिंक कलर की ब्रा पहनी थी, उस में से उस के बोबे बहुत खूबसूरत लग रहे थे. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं चाहता था कि उसे पूरा नंगा कर के उसके जिस्म को अच्छी तरह करीब से देखु, और उस के साथ खेलू. मैंने उस का टी शर्ट उतार कर अलग कर दिया वह आंखें बंद कर के लेटी रही और कुछ भी नहीं बोली.
फिर मैंने उस की कमर में हाथ डाला और उस की ब्रा का हुक खोल कर उस के बूब्स को ब्रा से आजाद कर दिया, उस के गोरे गोरे बूब्स और उस पर पिंक कलर की निपल बहुत खूबसूरत लग रही थी,  मैंने अपने दोनों हाथ उस के बूब्स पर रखे और दबाने लगा, रूबी को भी मजा आ रहा था उस के मुंह से आह औउ हहह अय्य्य अह्ह्ह ओह हहह अह्ह्ह अम्म्म अह्ह्ह उह हहा येस्स और आ हहह उएस्श हहह की आवाजे निकले जा रही थी, उस को दबाते दबाते अब में उन को चूसने लगा, उस से रूबी को बहुत मजा आ रहा था, वह मेरा सिर पकड़ कर अपने बूब्स के उपर दबा रही थी, बहुत देर तक मैंने उसकी बूब्स को चूसा फिर मैंने उस का पजामा उतार दिया उस ने पिंक कलर की मैचिंग पेंटी पहनी थी, मैंने उसे भी उतार दिया. अब उस की चूत मेरी नजरों के सामने बिल्कुल करीब थी. उस पर काले बाल थे, मैंने उस की चूत पर अपना हाथ रखा तो रूबी सिहर उठी, उस की वह गुलाबी गुलाबी चूत क्या मस्त लग रही थी.
मैंने अपनी एक फिंगर उसकी चूत में डाली तो वह बहुत टाइट थी, मैंने थोड़ी ताकत लगा कर अपनी फिंगर को अंदर बाहर करने लगा, वह अब मजे से पागल हो गई थी,   वह बस अहह औऊ ओह अहह हुह अह्ह्ह हो अहह ह होऊ आह्ह की आवाजे निकाले जा रही थी, फिर मैंने अपना बनियान निकाला और अपनी लुंगी को भी निकाल दिया. मेरा लंड टाइट हो चुका था और वह पूरे जोश में था, रूबी की नजर मेरे लंड पर थी जो ७ इंच लंबा और ३ इंच मोटा है. अब मैं रूबी के ऊपर सीधा लेट गया और उस के होठों को चूसने लगा और बूब्स को प्रेस करने लगा, वह मदहोश हो चुकी थी मैंने उस के  दोनों पैर पकड़ कर ऊपर कीये और उस के पैरों के बीच में बैठ गया. वह समझ गई कि मैं क्या करने वाला हूं? उस ने मुझसे छुड़ाने की कोशिश की और उस ने मेरा हाथ पकड़ लिया. मैंने कहा क्यों क्या हुआ? रूबी अपनी नजरे नीचे कर के बोली नहीं यह मत करो, मुझे डर लगता है. मैं उसके करीब लेट गया और उस से बोला क्या हुआ रूबी? तुम्हें क्या डर लगता है?
वह बोली की आप प्लीज नीचे कुछ मत करो, मुझे डर लग रहा है, मैं उससे फिर पूछा किस बात का डर है तुम्हें? उस ने बताया मेरी सहेलिया कहती है कि इस काम में बहुत दर्द होता है और आप का तो इतना मोटा और बड़ा है, मुझे बहुत दर्द होगा और कही में प्रेग्नेंट ना हो जाऊं? यह काम बहुत रिस्की है. मैंने कहा तुम्हारी सहेलियों ने यह नहीं बताया कि इसमें कितना मज़ा आता है, वह बोली हां कह रही थी दर्द होता है पर मजा बहुत आता है. मुझे डर लग रहा है कहीं कुछ ना हो जाए. आप का बहुत मोटा और बड़ा है, मैंने उसे समझाया देखो जितना मोटा और बड़ा होता है उतना ही मजा ज्यादा आता है और हां दर्द की बात, शुरू में दर्द जरूर होता है, पर मजा भी आएगा. और मैं भी धीरे से डालूंगा जिस से तुम्हें दर्द कम होगा. वह बोली पर कहीं मैं प्रेगनेंट हो गई तो? मैंने कहा कि उस की तुम फिकर मत करो उसके लिए मार्केट में दवाइयां मिलती है. फिर उस के होठों को चूसते चूसते दूसरी तरफ आ गया. अब मैं उसकी चूत को चूसने लगा, वह मजे में पागल हो रही थी, उसे बहुत मजा आ रहा था, उसके मुंह से आह अय्य्य अह्ह्ह इःह इह हहह अन्न हहह इह अहह अम्म एस हहह बस्स्स हहह यययय बस्स अह्ह्ह्ह आवाजे आने लगी.
फिर मैं उस के दोनों पैरों के बीच में बैठ गया और उस के पैरो को ऊँचा कर दिया और अपने लंड का सुपाड़ा उस की टाइट चूत पर रख दिया, वह आंख बंद कर के लेटी रही, मैंने थोड़ा जोर लगाया तो रूबी चिल्ला उठी, प्लीज छोड़ दो मुझे बहुत दर्द हो रहा है, मैं उठा और पास ड्रेसिंग टेबल पर वेसलिन की डबी रखी थी वह ले आया. रूबी से कहा इस से आराम से अंदर चला जाएगा और तुम्हें दर्द भी नहीं होगा, वह पहले तो वो मना करती रही फिर मेरे समझाने से मान गयी.
मैंने थोड़ा वेसेलिन ले लिया पहले अपने लंड पर अच्छी तरह से लगाया और फिर उस की चूत को खोल कर उसमें थोड़ा सा डाला और ऊपर से उसे अच्छी तरह से अंदर तक लगाया, अब उसकी चूत बहुत चिकनी हो गई थी. मैंने अब उस की दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखा और अपने लंड का सुपाड़ा उस की चिकनी चूत के होल पर लगाया और थोड़ा जोर लगाया. मेरा सुपाड़ा उस की चूत में चला गया, रूबी ने अब अपने दोनों हाथों से तकिए को जोर से पकड़ लिया, शायद वह भी तैयार थी दर्द को सहन करने के लिए, फिर मैंने एक जोर का झटका मारा, उस की चीख निकल गई उस की आंखों से आंसू बहना शुरू हो गये. वह कहने लगी प्लीज इसे बाहर निकालो  बहुत दर्द हो रहा है, मुझ से यह दर्द सहन नहीं होता. मैंने अपना लंड वही रहने दिया और उसे समझाया अभी तुम्हें मजा आने लगेगा, बस थोड़ा दर्द सहन कर लो. यह कहते हुए मैं उस के निप्पल प्रेस करने लगा और उस के बूब को दबाने लगा. थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुआ.
तब मैंने एक शॉट और जम के मारा मेरा पूरा लंड उस की चूत में था, वह दर्द के मारे रोने लगी, तब मैंने उस की तरफ ध्यान नहीं दिया और उस के दोनों बूब्स को पकड़कर दबाते हुए लंड को अंदर बाहर करता रहा, थोड़ी देर बाद उसकी करहने की आवाज कम होने लगी और वह आह औऊ येस्स अग्ग्ग उएस्स्स यायेस्स्स गग्ग करने लगी, मैं लगातार अपना लंड उसकी चूत में अंदर बाहर कर रहा था, तभी उस ने तकिए को छोड़कर मेरी कमर में हाथ डाल दिए मैं समझ गया कि उसे भी मजा आने लगा है वो सिसकारियां भरने लगी.
करीब १० मिनट बाद उसने मुझे जोर से पकड़ लिया और अपनी कमर उठा उठा कर खुद भी झटके देने लगी मैं समझ गया कि उस का पानी निकलने वाला है, मैंने भी अपनी रफ्तार बढ़ा दी और जोर जोर से उसको झटके मारने लगा, उसने मेरा सिर पकड़ कर मेरे होंठों को चूमना चालू कर दिया ऐसा लगता था कि वह सेक्स में पागल हो गई थी. वह सेक्स का फुल मजा लेने लगी, बहुत आवाजें निकालती रही, थोड़ी देर बाद वह ढीली हो गई उसका पानी निकल चुका था, मैं फिर भी लगातार उसे चोदता रहा मेरा पानी करीब उसके १० मिनट के बाद निकला.
मैंने अपना पूरा पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया था, और मैं उस के ऊपर ही लेट गया और उस के होंठों को चूमता रहा, उसके चेहरे पर मुस्कान थी. मैंने उससे पूछा तुम्हें दर्द ज्यादा हुआ या मजा ज्यादा आया? वह बोली दर्द तो हुआ पर मजा भी बहुत आया. मैंने रूबी से कहा रूबी आज मेरा सपना सच हो गया, वह बोली कैसा सपना? मैंने कहा मैं तुम्हें बहुत दिनों से चोदना चाहता था, मेरे दिल की तमन्ना आज पूरी हुई. रूबी मुस्कुरा कर बोली तुम मेरे साथ यह सब करना चाहते थे तो पहले क्यों नहीं किया? मैंने कहा मुझे डर था कि तुम बुरा ना मान जाओ. कुछ देर ऐसे पड़े रहे. फिर वह बोली की आप तो बोलते थे की आप एक घंटा चोदते हो, फिर आधे घंटे पर कैसे छोड़ दिए. मैंने बोला तुम्हारा पहली बार था और बहुत टाइट था तो में  ज्यादा देर रुक नहीं पाया, पर देखो कल सुबह कितनी देर करता हूं तुम्हें. फिर सुबह  उसे किस करके जगाया और पूरा नंगा कर के अलग अलग पोज में करीब एक घंटा चोदा.
उसको इतना थका दिया कि वह दिन भर सोई रही. रात को ढेर सारे ब्लू फिल्म दिखाया उसे लंड चूसना सिखाया, रात भर चार बार चोदा. ऐसे ही करीब १५  दिन तक उसको चोदता रहा, वह दिन में कॉलेज में रहती है और शाम को मेरे पास आती और रात भर मजे करती. मेरा स्टोरी कैसा लगा मेरा साली की ईमेल आयडी में भेजिए फिर मैं और सेक्सी स्टोरी मेरा लिखूंगा.

चल आज चुदाई करते है

हेलो दोस्तों, मेरा नाम प्रिंस है और मैं अमृतसर में रहता हूं, मैं आपके लिए बहुत मस्त कहानी लेकर आया हूं जो कि मेरी जिंदगी से जुड़ी हुई है,
मेरी बुआ जो की मेरे पापा से बड़ी थी और थोड़ी गुस्से वाली थी, उनकी तीन बेटियां थी जो कि मेरी सिस्टर थी और वह आगरा में रहते थे.
यह कहानी तब की है जब मेरी बुआ की सबसे बड़ी लड़की की शादी थी. अब मैं शादी से एक महीना पहले आगरा बुआ के पास रहने आ गया था.
बुआ के घर पर किराएदार रहते थे जिनकी एक बेटी थी उसका नाम प्रिया था, जो की बहुत सुंदर दी गोरी चिट्टी दूध जैसी थी. उसकी सुंदरता ने मुझे पागल कर दिया था और मैं उसको चोदना चाहता था.
यह बात मैंने अपनी बहन यानी बूआ की लड़की जिसका नाम रोजी था उसको बताइ कि मैं प्रिया से बहुत प्यार करता हूं. यह सुनते ही रोजी ने भी अपने मन की बात बताई कि वह मुझसे बहुत प्यार करती है, और इतना कहते ही मुझे गाल पर किस कर दिया.
मैंने सोचा क्यों ना एक के साथ दूसरी फ्री हो जाए? क्योंकि प्रिया को मैं चोदना चाहता था और रोजी ने तो खुद ही अपने प्यार का इजहार कर दिया और इतना सोचते ही मैंने भी उस को जप्पी से दी और किस करने लग गया.
हम दोनों रात को बेड पर एक साथ इकट्ठे सोते थे, एक रात जब हम सो रहे थे तो मुझे नींद नहीं आ रही थी. अब मेरा मन चोदने का कर रहा था, इसलिए मैंने साथ में लेटी रोजी को पीछे से झप्पी दे दी. और उसके बूब को दबाने लगा. उसने नाईटी डाली हुई थी और मैं भी उसके बूब्स दबाए जा रहा था.
क्या मस्त थी उसकी बुब.. मेने देखा कि रोजी बहुत गहरी नींद में सो रही है, उसे मेरी इस हरकत का पता नहीं चल रहा था, इसलिए मैंने उसकी पैंटी पर भी हाथ ले गया और उसने वहां नैपकिन लगाया हुआ था. और फिर मेरी आंख कब लग गई पता ही नहीं चला.
अगले दिन जब हम उठे तो मैंने यह बात रोजी को बताई पर उसे मेरी इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा था. फिर मैंने उसे नैपकिन वाली बात बताई तो वह मुझ पर विश्वास करते हुए बोली सच बोल रहा है..
फिर मैं उसके साथ सेक्स की बातें करना शुरु कर दिया.
अगली रात मैंने सेक्स करने को कहा चलो आज कुछ सेक्सी करते हैं..
रोजी ने कहा नहीं.
मैंने कहा क्यों तुम मुझे प्यार नहीं करती? जो चुदाई के लिए मना कर रही हो.
उस ने कहा ऐसी बात नहीं है.
मैंने कहा फिर क्या बात है?
उसने कहा मैं गंदा काम नहीं करती.
मैंने कहा गंदा मतलब??
उसने कहा जो तुम करना चाहते हो.
मैंने कहा तो किस तो करने दो.
उस ने कहा ठीक है
मैंने उसे बहुत सारी किस करी और उसके बूब ऊपर से ही दबाने लगा, वह भी गर्म होने लगी और उसे अपना साथ देने के लिए बातों में लग गया.
मैंने कहा तुम्हारा साइज क्या है?
उसने कहा ३२
मैंने कहा कभी किसी से दबवाई है?
उसने कहां नहीं.
और मैं अब अपना हाथ इसकी पैंटी की और ले गया और उसने मुझे रोक दिया.
मैंने कहा क्या हुआ?
उसने कहा बाहर से जो करना है वह कर लो, लेकिन अंदर से नहीं.
मैंने कहा क्यों?
उसने कहा बस ऐसे ही..
मैंने उसकी चूत को ऊपर से रगड़ दिया और जिस से वह गर्म होने लगी और मुझे भी रुका ना गया और मैंने उसका हाथ अपनी पैंट पर रख दिया.
वह मेरा लंड ऊपर से ही सहलाने लगी पर मुझे कुछ खास मजा नहीं आ रहा था.
मैंने कहा तुम अपना हाथ अंदर डाल दो.
उसने कहा नहीं.
मुझे गुस्सा तो बहुत आ रहा है पर गुस्से को शांत करते हुए अपना लंड पेंट से बाहर निकालकर उसके हाथ पर थमा दिया.
वह बहुत गर्म होने लगी थी और मेरा लंड  जोर जोर से ऊपर नीचे करने लगी. मैंने भी मौके का फायदा उठाया और उसके बूब को हाथ डालकर अंदर से पकड़ लिया.
रोजी भी मजे ले रही थी और मेरे लंड को जोर जोर से ऊपर नीचे कर रही थी जिसे मेरे लंड का पानी निकलने को बेताब हो गया था. और मैंने अपना पानी  उसके पेट पर निकाल लिया और सो गया.
अगली रात हम फिर से सेक्स के लिए तैयार हो गए और वो भी काफी खुल गई थी.
मैंने कहा चुम्मी लेनी है??
उसने कहा ले लो.
मैंने कहा निचे की चुम्मी लेनी है.
वह शरमा गयी पर मैं समझ गया और उसके कपड़े उतारने लग गया. उसने मुझे ब्रा और पेंटी नहीं उतारने दी. मैंने भी उसकी बात मान ली और उसकी चूत को उपर से ही चाटने लग गया..
अब रोजी की गरम होने लगी और उसने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरा लंड अपने हाथों में लेकर अपने मुंह को लंड पर रख दिया और अपनी जीभ को बाहर निकालते हुए लंड को चूस कर अंदर ले गई..
मुझे बहुत मजा आया और मेरा लंड उसके मुंह में जाकर पागल हो गया, और इधर मैंने उसकी ब्रा उतार दी और उसके बूब को मुंह में लेकर चूसने लगा.
वह भी मदहोश होने लगी है और लंबी लंबी सिसकियां भरने लगी.
अब मैंने उसकी पैंटी उतार कर उसकी टांगों के बीच में लेट गया और उसकी चूत पर अपना मुंह रखकर चाटने लगा और वह गाली बकने लगी और मेरा जोश और बढ़ गया.
रोजी ने कहा मादरचोद और चाट साले तेरी मां की चूत..
मैं उसकी चूत से मुंह हटाकर उसकी चूत में उंगली घुसा दी और मैं भी गाली देने लगा.
मैंने कहा रंडी साली रखेल तेरी चूत भोसड़ा बना दूंगा.
अब हम 69 की पोजीशन में आ गए मैं उसकी चूत और वो मेरा लंड चूसने लग गई.
क्या कमाल का चूस रही थी रंडी साली मेरे लंड ने बिना देरी किए अपना सारा पानी उसके मुंह में ही निकाल दिया और वह सब पी गई.
अब मेरा मन उसकी चूत चोदने का कर रहा था इसलिए मैंने अपना सोया हुआ लंड  फिर से उसके मुंह में डाल दिया और लंड  मुंह में जाकर कि फिर से खड़ा हो गया, और मैं उसको सीधा करके उसकी चूत पर लंड रख लिया और अंदर डाल दिया.
उसने मुझे रोका पर मैंने उसकी एक ना सुनी और जोर जोर से उसकी चूत चोदने लग गया.
वह रोने लगी.
मैंने कहा क्या हुआ भोसड़ी की क्यों रो रही है? आज तो मैं तेरी मां फाड़ दूंगा..
वह रोती रही और मैं उसे चोदता रहा. फिर उसने मेरी कमर पकड़ कर मेरा साथ देने लगी और आह्ह औऊ यस हहह ईस उऔउ उय्य औउ इई ईई ओऊ करने लगी. अब मेरा निकलने वाला था तो मैंने उसे पूछा कहां निकालूं?
तो उसने कहा बाहर निकाल दो.
मैंने अपना लंड खींचकर बाहर निकाला और उसकी झांटो पर अपना सारा पानी निकाल लिया और उस पर लेट गया.
मैंने कहा मजा आया?
उस ने कहा हां बहुत मजा आया.
अब तो रोजी की चुदाई पक्की थी पर मेरा शिकार तो कोई और थी.

Sunday 12 February 2017

सहेली ने चोदना सिखाया

दोस्तों मेरा नाम आरती हे, और में यूपी के एक गाव से हु, अब मेरी उमर २४ साल हे और मेरी शादी भी हो चुकी हे, यह बात तब की हे जब में १८ साल की थी.
हम गाव में एक कच्चे मकान में रहते थे, हमारा एक कमरा एक किचन और बाथरूम था, जब में देखती की पप्पा मम्मी को लेकर अपना बिस्तर के साथ किचन में चले जाते या छत पर चले जाते.
एक दिन मेने मम्मी को पूछा तो उन्होंने मुझे काफी डांटा और कहा अपने काम से काम रखो. हम उस वक्त गाव के सरकारी स्कुल में पढ़ते थे और आज कल बच्चो की तरह ज्यादा सेक्स के बारे में नहीं जानते थे.
जब में १८ साल की हुई तो एक दिन मम्मी ने कहा आरती आज तू किचन में सो जा में चुप चाप चली गई पर दिमाग में ये था की पता नहीं ऐसा क्यों होता हे.
यही सोचते हो एक घंटा हो गया पर मैं सो नहीं पाई तभी मुझे कमरे से कुछ आवाज आई मम्मी की मैं कमरे में  झांकने लगी तो जो देखा है वह मैं आज जानती हूं पर उस टाइम समझ से परे था.
जब मेने देखा तो पापा नीचे लेटे हुए थे और मम्मी उन के ऊपर आ कर बैठी हुई थी उनका ब्लाउज खुला हुआ था और माँ के चुचे बाहर थे एकदम मोटे मोटे और पापा उन्हें दबा रहे थे और मम्मी ऊपर नीचे हो रही थी और आहो हह अह्ह्ह ओह्ह हहह उम्म्म अह्ह्ह इह्ह अह्ह्ह उह्ह अह्ह्ह ओह्ह हहह ममं आवाज कर रही थी मैं सोच में पड़ गई कि यह क्या है?
फिर पापा ने जोर से अह्ह्ह फ्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ किया और मम्मी के चूचे जोर से दबा दिए, फिर वह दोनों उठे और कपड़े सही कर के सो गए पर मेरे दिमाग में वह सब चलता रहा और में उस रात बिलकुल भी नहीं सो पायी थी.
अगले दिन मैं जब स्कूल गई तो मैंने यह सब अपनी सहेली रश्मि को बताया, वह हंसने लगी और बोली अरे पागल ईसे चुदाई कहते हैं हर पति पत्नी करते हैं और बोली कि यह वह चीज है जिस में दुनिया के हर काम से ज्यादा मजा आता है, रश्मि ने बोला शाम को मेरे घर वाले शादी में जा रहे हैं, तू मेरे घर आ जा मैं तुझे समझाती हूं सारी बात. शाम के ५ बजे मैंने मम्मी से बोला कि मैं रश्मि के यहां पढ़ने जा रही हूं और में रश्मि के घर पर पहुंच गई.
मेने उसके घर पर पहुच के दरवाजा बजाया और उसी ने आ के दरवाजा खोला, मैं जब वहां पर पहुंची तब रश्मि घर पर एकदम अकेली थी. उसने मुझे अंदर बुलाया और दरवाजा बंद कर दिया. फिर हम वहां पर थोड़ी देर बैठे और बातें करते रहे. फिर वह बोली चल अंदर चलते हैं, हम उसके अंदर वाले कमरे में गए जहां पर डबल बेड था. मैंने कहा रश्मि बता ना क्या बता रही थी? वह बोली यह काम प्रैक्टिकल है बेटा एक काम कर अपनी सूट सलवार उतार, मैं बोली पागल है क्या? मुझे शर्म आती है. उसने कहा साली १८ साल की हो गई हे और चुदाई क्या होती है पता नहीं, पर रोज रात को अपने मां बाप की चुदाई देखती है तब शर्म नहीं आती. हम दोनों हंस पड़े. फिर वह उठी और बोली ले मैं करती हूं शुरुआत.
उसने अपनी कमीज उतार दी, नीचे उसने वाइट ब्रा पहनी हुई थी. उसके चूचे मुझे ज्यादा मोटे और गोरे लग रहे थे, अब हिम्मत करके मैंने भी अपना सूट खोला और ब्रा में खड़ी खड़ी हो गई, तभी वह बोली साली तेरी चुची तो बढ़िया है और हम हंस पड़े, फिर उसने और मैंने एकसाथ सलवार भी उतार दी.
उसने सलवार के नीचे कुछ नहीं पहना था, मैंने पैंटी पहनी थी वह अपनी चूत को रगड़ती हुई बेड पर लेट गई और बोली चल ऊपर आ जाओ.
मैं भी बेड पर लेट गई वह बोली जो मैं करूंगी वादा करो मुझे रोकोगी नहीं और मैं पूरा मजा दिलवाउंगी तुझे, मैंने कहा ठीक है उसने अपनी ब्रा भी उतार दी और मुझे बोला तू भी उतार, मैंने की ब्रा खोली और पैंटी उतार दी. अब बिस्तर पर हम दो लड़कियां नंगी थी, उसने मेरी चूत को सहलाया और बोला कि आंखें बंद कर ले और लेट जा.
मैंने वैसे ही किया, मेरी आंखें बंद थी वह मेरे ऊपर लेट गई उसके चूचे मेरी चूची पर दबाव दे रहे थे दो नंगे बदन मिल रहे थे चाहे औरत ही थी पर बड़ा अच्छा लग रहा था. तभी अचानक से उसने मेरे ओठो पर अपने ओठ रख दिए और चूसने लगी. पहले तो मैंने ओठ बंद कर दिए थे तो रश्मि ने मेरे चूची दबाए मेरे मुंह से आह औउ निकली तो उसने अपने होंठ सीधे मेरे होंठों पर रख दिए और चूसने लगी. मुझे २ मिनट तो अजीब लगा फिर मजा आने लगा. मैं भी उसका साथ देने लगी और उसके मुंह में अपनी जीभ डाल डाल कर चूसने लगी.
फिर वह नीचे की तरफ बढ़ी और मेरी चुचे का दाना मुंह में लिया और चूसने लगी मेरी बॉडी में तो जैसे करंट दौड़ गया, मैं उसके बालों में अपनी उंगलियों को घुमाने लगी और वह अह्हो हह अह्ह्ह ओह हहह ओह हहह ओह हहह ओह हहह अय्य्य एय्स्स्स हहह ओह  रश्मि कर और कर अहह ओह अह्ह्ह उह्ह अह्ह्हअहह औउ एस अह्ह्ह ओह्ह बड़ा मज़ा आ रहा है क्या बताऊं वाह और कर प्लीज.
हम दोनों मस्त थे, तभी अचानक हमारे कानों में एक आवाज़ पड़ी वाह क्या बात है हमारे घर में रंडियां…
वह आवाज सुन कर हम जट से अलग हो गये, हम दोनों फिर अलग हुए देखा तो रश्मि का भाई कमरे में आ गया, उसे देख कर हमारी तो सांस थम सी गई थी, घर वाले हमें जान से मार देंगे हमने बेडशीट खींच कर अपने बदन को छुपाया.
वह आया और उसने रश्मि के मुंह पर जोर का चांटा मारा बोला साली कुतिया यह क्या कर रही थी? और मेरा गला पकड़ लिया डर के मारे मेरा तो टॉयलेट निकलने वाला था.
बोलो कब से चल रहा है यह? रश्मि बोली भाई मैंने उसे बुलाया था क्योंकि इसको नहीं पता था कि सेक्स कैसे होता है.
उसके भाई ने एक और चांटा और मारा साली रंडी है तू तुझे सब पता है ना? रश्मि चुप हो गई, फिर वह बोला यह बात तो घर वालों तक जरुर जाएगी, हम दोनों ने उसके पैर पकड़ लिए और सब में हम यह भूल गए कि बेडशीट हमने अपने हाथ से छोड़ दी है और हम एकदम नंगी उसके सामने थी.
आपको बता दूं रश्मि के भाई का नाम विजय है और वह ऊपर के कमरे में सो रहा था तबीयत खराब होने की वजह से, वह शादी शुदा था और एक बच्चे का बाप था, उसकी उम्र ३० साल की थी.
भैया हमारे नंगे बदन को घूरने लगे उनकी आंखों में वासना दिखाई दे रही थी तभी उन्होंने अपनी पैंट की जिप खोली अंदर हाथ डाला और अपना लंड बाहर निकाल लिया और बोले मुझे खुश करना पड़ेगा वरना मैं सबको बोल दूंगा, रश्मि बोली भैया मैं आपकी बहन हूं तो वह बोले साली रांड तेरी जैसी चुदक्कड बहन को तो चोदो जितना मौका मिले.
यह कहते हुए भैया ने अपना लंड रश्मि के मुंह के पास किया और उसने भी मुंह में अपने भाई का लंड ले लिया और भैया अपनी कमर हिला रहे थे, जब भैया ने लंड मुंह से निकाला को पूरा तन चुका था और फुला हुआ भी था, लगभग ७ इंच का होगा. मैंने यह चीज़ पहली बार देखी थी, यह सब देख कर मेरे मन में भी गुदगुदी होने लगी.
रश्मि सच बता कितने लंड चूस चुकी है तू क्यूंकि ऐसा लंड तो चूदी चुदाई रंडी चूस सकती है और कोई नहीं. अब रश्मि भी तैयार थी वह बोली पड़ोसी राजेश से चुदाती हूं मैं पिछले ४ साल से, अगर मुझे पहले पता होता कि तुम्हारा लंड ७ इंच का है तो कभी बहार ना चुद्वाती, में रश्मि की बात पर हैरान हो गई.
तभी वह खड़ी हुई और भैया के होंठ चूसने लगी तभी रश्मि बोली, आरती भैया का लंड चूस, में भी उनके लंड के पास गई और होंठो तक लाइ और मुझे स्मेल आ रही थी, तो मैं बोली के स्मेल आ रही हे, तो रश्मि बोली के तू चुसना शुरू कर बाद में कुछ नहीं होगा, मैंने मुंह में थोड़ा सा लिया आगे आगे का, भइया ने रश्मि को हटाया और मेरा सर पकड़ के बोले बहन की लोडी ड्रामा करती है और लंड मुह में पेल दिया. वह मेरे गले तक जा रहा था, रश्मि मेरी चूची दबाने लगी और चूसने लगी.
फिर भैया ने अपना लंड निकाल लिया और पूरे नंगे हो गए. रश्मि उनके सीने पर चूमने चाटने लगी, भैया ने दोनों को बेड पर लेटाया और टांगे खोल दी हमारी.
उन्होंने अपने एक हाथ की उंगली रश्मि की चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगे, रश्मि जोश में भैया और करो और करो अहह फह हहह ओह्ह हह्ह्ह ओह्ह. आरती को चोदो बहन की लोड़ी कुंवारी है, उसने मुझे अपने ऊपर जुकने का इशारा किया जिससे मेरे चूची उसके मुंह के ऊपर थी और वह मेरे चूची दबा दबा कर चूस रही थी, मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था. मैं घुटनों के बल बैठी थी, तभी भैया मेरे पीछे आए और अपना मुंह मेरी टांगों के बीच लगाया और चूत चाटने लगे, क्या बताऊं आपको ऐसा मजा आज तक नहीं मिला था मुझे, मैं भी सिसकियां दे रही थी.
भइया ने १० मिनट चाटा और मैंने उनको बोला भैया ऐसा लग रहा है जोर से टॉयलेट आई है, तो रश्मि बोली तू जड रही है रानी और मेरी चूत से पानी निकल निकल कर मेरी जांघ तक जा रहा था, पर क्या सुकून था. तब भैया बोले पहले रश्मि तू चुदेगी या आरती तो रश्मि बोली  इसकी चूत सील पेक हे, पहले इसे तोड़ो फिर मेरे पास आना.
भइया ने मुझे कहा सुन आरती अगर अपनी टांगो से मुझे रोका तो बहुत मारुंगा, रोना मत सहन करना.
उन्होंने मुझे लिटाया और मेरे ऊपर आ गए, किसी मर्द के शरीर का स्पर्श पहली बार मिल रहा था उनके शरीर की गर्मी मुझे अच्छी लग रही थी, मैं भी उनसे लीपटने लगी और होंठ चूसने लगी, उन्होंने अपने लंड और मेरी चूत पर थूक लगाया और धक्का मारा, जब मेरा ध्यान रश्मि पर गया तो देखा वह मोबाइल से वीडियो बना रही थी.
पर मैं कुछ कहने की हालत में नहीं थी, भइया ने एक धक्का और मारा और लंड आधा अंदर चला गया और मेरी आंखें बाहर निकल आई, और ऐसा लगा मेरी चूत में ब्लेड मार दिया हो किसी ने, पर मैंने रोका नहीं क्योंकि मैं असली मजा चाहती थी. भइया ने एक झटका और मारा और मेरा लंड पूरा जड़ तक पहुंच गया, वह जैसे जैसे धक्के मारते हर धक्का मुझे पेट के अंदर तक महसूस होता.
उन्होंने फिर थोड़ा तेज किया और अब लंड अंदर आराम से चल रहा था, पर दर्द पहले से कम था, रश्मि आकर मेरी चूची चूसने लगी, भैया धक्के के मारने पर गालियां दे रहे थे, बहन की लौड़ी तेरी मां की चूत, रंडी टाइट चूत का मजा अलग है, मुझे भी मजा आ रहा था. अब मैं भी चीखने लगी, चोदो मुझे कुत्ते बहन चोद जब तूने अपनी बहन को नहीं बख्शा तो मुझे क्यों छोड़ देगा, और पेल बहनचोद, भैया ने धक्कों की रफ्तार बढ़ा दि और एक हाथ से वह रश्मि के मोटे मोटे चूचे दबा रहे थे.
२० मिनट से पेलने के बाद उन्होंने एक झटका मारा और  अहह ओह्ह हहह ओह्ह हहह औऊ ओह्ह औम्म्म कर के मेरे ऊपर लेट गए और मुझे चूत के अंदर गरमाहट महसूस हुई, बाद में पता चला वह उन का माल था जो अंदर जड़ा था, उनकी भी और मेरी भी हालत खराब थी.
हम तीनो लेट गए, रश्मि ने पूछा कैसा लगा तो मैंने बोला बहुत अच्छा. बाद में उन्होंने बताया कि यह दोनों का प्लान था मुझे चोदने का, पर मुझे भी तो मजा मिला. घड़ी में ८ बजे थे, मैंने घर जाने को कहा और अपने कपड़े पहनने लगी, तो रश्मि बोली भैया इसे भेज दो फिर मुझे चोदना, बड़ी खुजली हो रही है.
उसने मुझे भेज दिया और अगले दिन स्कूल में बताया कि भैया ने उसे तीन बार चोदा और बताया कि कैसे वह पहली बार चूदी और उसका भाई उसकी मां को भी चोद चुका है.

कितना चोदेगा यार

हेल्लो दोस्तों, मैं रोबिन सिंह. काफी दिनों के बाद अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हुआ हूं, क्योंकि काफी दिनों से सेक्स लाइफ कुछ मंदी में चल रही थी.
लेकिन अब आपको अपनी स्टोरी से रुबरु करवाता रहूंगा, क्योंकि अब मेरी सेक्स लाइफ में एक नई बहार आ गई है, चलिए ज्यादा बातें ना करते हुए मजा लेते हैं मेरी इस नई कहानी का.
मेरे पापा ने मुझे चंडीगढ़ की एक कोचिंग क्लास में एडमिशन करवा दिया था, उस क्लास में मेरी एक दूर ही रिश्तेदार भाई की लड़की भी कोचिंग कर रही थी उसका नाम ममता था. ममता मुझ से उम्र में ५ साल बड़ी थी, उसकी उम्र ३० के करीब थी और अभी तक शादी नहीं हुई थी.
पापा ने मेरी उससे बात करवा दी मेरी फैमिली ने मुझे उसके साथ ही रहने को बोला क्योंकि वह काफी सिंसियर और इंटेलीजेंट थी. वह चंडीगढ़ में आईएएस और पीसीएस की प्रिपरेशन कर रही थी. ममता और उसकी एक फ्रेंड ने मोहाली एरिया में टू बीएचके फ्लैट ले रखा था.
मैं अपना सारा साजो सामान लेकर चंडीगढ़ आ गया. ममता मुझे स्टेशन रिसीव करने आ गई. हम फ्लैट में पहुंचे तो ममता ने मुझे रूम मेट जस्सी से भी इंट्रोडक्शन करवा दिया.
मुझे ममता के साथ रूम शेयर करना था, उनके साथ एडजस्ट करते करते मुझे काफी दिन लग गये. मेरा पढ़ाई में काफी मन लग रहा था, ममता बहुत अच्छी थी और मुझे बहुत अच्छा गाइड भी करती थी, पर मेरे अंदर कुछ ठीक नहीं था, सेक्स किए हुए बहुत दिन बीत गए थे और मेरे अंदर कामदेवता उबाले मार रहा था.
ममता दिखने में तो कुछ खास अट्रैक्टिव नहीं थी, रंग तो गोरा था लेकिन किताबों में घुस के रहने की वजह से उनकी आंखों के नीचे बहुत डार्क सर्कल हो गए थे. फिजिकल एक्टिविटी भी कम थी तो उनका बदन गठीला सा था. रात को सोते समय कई बार मेरा हाथ उनके बूब्स पर या जांघ पर चले जाता था.
मेरे मन में उनके लिए कामुक भावनाएं जागृत होने लगी. एक दिन वह पढ़ने के बाद सो गई पर मुझे नींद नहीं आ रही थी, कामदेवता मेरे सर पर हावी थे. मैं दो बार मुठ मर चुका था, पर फिर भी चेन नहीं मिल रहा था. मैं ममता के पास लेटा था उस दिन ममता ने टाइट लोवर पहनी थी.
अचानक उन्होंने करवट बदली और उनकी गांड मेरी तरफ हो गई, इतनी गोलमटोल गांड मैंने कभी नहीं देखी थी. ममता पर मेरी नियत बेईमान हो रही थी और लंड आक्रोश की चरम सीमा पर था.
मैंने मन हल्का करने के लिए लंड निकाला और उनके पास ले के हिलाने लगा, हिलाते हिलाते मे लंड उसकी गांड के पास ले गया और लंड ऐसे ही उनकी गांड पर टच करने लगा. लोवर के होते हुए भी गांड बहुत गर्म लग रही थी, मैं लंड उसकी गांड पर प्रेस करने लगा, ऐसा करने में मुझे बहुत मजा आ रहा था.
फिर शायद उनको कुछ महसूस हुआ तो मैंने फटाफट लंड अपनी पैंट में डाला और सोने की एक्टिंग करने लगा, अगली रात भी ऐसे ही किया और इससे मेरे मन में कुछ शांति आई.
मुझे कभी भी ऐसा नहीं लगता कि ममता को शक हो रहा है. एक बार रात के २ बज गए थे, ममता सो ही नहीं रही थी. उनके सोने के इंतजार में मैं भी पढ़ने की एक्टिंग कर रहा था. रोज उनकी गांड पर लंड लगाने की आदत हो गई थी.
ममता बोली आज तुम्हें नींद नहीं आ रही है क्या? कल टेस्ट है क्या? मैंने बोला बस ऐसे ही ममता आप बैठे हो तो आपको देखकर मेरा भी पढ़ने का मन कर रहा है.
ममता बोली तू पढ़ने बैठा है या मेरे सोने के बाद मेरे करवट बदलने का इंतजार कर रहा है? यह सुनकर मैं हैरान हो गया मेरे मन में कई ख्याल आने लगे. इतना तो सोचा की ममता दी को बुरा तो नहीं लगा वह सब, वरना वह मुझे  डांटती या घर पर शिकायत कर देती.
अब मैं आगे क्या करुं? क्या कहूं यह सब के बारे में? फिर ममता बोली देख रोबिन इन सबसे मेरी नींद बहुत डिस्टर्ब होती है. मुश्किल से ६ घंटे सोने के लिए होते हैं उसमें भी अगर ऐसे नींद टूटे तो मेरा सारा दिन बहुत खराब जाता है. मैंने सॉरी बोला और कहा कि ऐसा दोबारा नहीं होगा.
फिर हम दोनों लेट गए करीब एक घंटे बाद ममता ने करवट बदली और गांड मेरी तरफ कर दी, मैंने कुछ नहीं किया और चुप चाप लेटा रहा.  १५ मिनट बाद ममता बोली आज क्या हुआ? मैं कुछ नहीं बोला और लेटा रहा.
फिर ममता मेरी तरफ मुड़ कर बोली देखो रोबिन ऐसे मुझे बार बार डिसटर्ब करने से अच्छा है तुम एक ही बार अच्छे से मेरी मार लो. और फिर तुम भी आराम से सो सकोगे और मैं भी. यह कह के उन्होंने मेरा हाथ अपनी गांड पर रखा और कहा तुम जो चाहो कर लो, आज जस्सी भी नहीं है यहां. मेरा मन तो भाग भाग हो गया.
मैं और ममता एक दूसरे को किस करने लगे ममता बोली मैं तो खुद ढूंढ रही थी कोई मुझे चोदना शुरू करे, पढ़ाई के चक्कर में मेरी चूत पर कभी ध्यान ही नहीं गया कि उसे भी कुछ चाहिए. मैं ममता के मोटे मोटे बूब्स उनकी कमीज के ऊपर से दबाने लगा.
उस दिन ममता ने सलवार कमीज पहना हुआ था, मैंने ममता का कमीज उतारा ममता उस दिन बिना ब्रा की थी. मैं उनके बूब्स पर टूट पड़ा और उनके ऊपर से उनके दूध चूसने लगा, ममता सेक्सी आवाज करने लगी. मैंने ममता के बूब्स चूस चूस कर लाल कर दिये.
इतने में मैंने अपनी लोअर उतार दी और ममता ने भी अपनी सलवार का नाडा खोल दिया. ममता जी के गोरे गोरे बूब्बे और बदन को चुमते हुए मैंने उनकी सलवार खींच कर उतार दी. ममता की मोटे मोटे भरी टांगें मेरे सामने थी. ममता के पैर और पायल पहने पैरों को चुमते चुमते मैंने उनकी चूत पर से पैंटी का पर्दा हटा दिया.
ममता की फुली हुई चूत जिस पर हल्के हल्के बाल थे बेसब्री से मेरा इंतजार कर रही थी. मैंने ममता की टांगे फैलाई प्यार से अपनी जुबान को उनकी चूत पर लगा दिया. ममता आह आह्ह ओह हहह ओह हहह उम्म्म येस्स्स्स करने लगी.
ममता की चूत मेरे चूसने के साथ लगातार पानी छोड़ रही थी. ममता आवाजें करने लगी, मैं १५ मिनट तक उनकी चूत चूसता रहा.
फिर मैंने अपना लंड  उनके हाथ में अपना लंड पकड़ दिया ममता ने मेरा लंड हाथ में लिया और हिलाते हिलाते हुए कहा  काफी मोटा है जस्सी के डिल्डो से भी ज्यादा.
यह सुन कर मैंने उनकी तरफ देखा तो वह बोली कि जस्सी यूज करती है और कभी कभी मुझे भी साथ लेती है, और हम बारी बारी एक दूसरे की चूत में लंड से चुदाई करते हैं, ममता उठकर लंड मुंह में लेने लगी, ममता सारे मुंह में लंड फिराने लगी और मदमस्त होकर लंड के मजे लेने लगी.
ममता की गांड मेरी तरफ थी और मैं अपना आपा खो रहा था. मैंने कहा ममता बस अब मुझे चोदने दो, आपकी गांड मुझे पुकार रही है, ममता बोलि रुक ना यार कितना मस्त है तेरा लंड उसे चुसके बहुत मजा आ रहा है मुझे.
मैंने अपनी मिडिल फिंगर ममता की चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा, वह तो पूरी तरह गर्म थी और चुदाई को तैयार भी थी, और ममता लंड चूसने में इतनी मशरूफ थी कि क्या बताऊं? आखिर काफी देर तक लंड को चूस चूस कर लाल कर देने के बाद वह घोड़ी बन गई और बोली अब चोद मुझे.
मैं फटाफट उनके पीछे आया और लंड  चूत पर सेट करके एक ही झटके में लंड  ममता की चूत में घुसा दिया. ममता की आवाज निकल गई और बोली आराम से भाई आज ही जरूरत है क्या? बाकी के दिनों के लायक रखना है या नहीं?
मैंने आराम से झटके मारना शुरू किए और लंड ममता की चूत में सरसराहट फैलाने लगा, और ममता धीमी धीमी आहें भरते हुए आवाज निकालने लगी, मेरी जान लंड  तो सनसनी फैला रहा है बहुत मजा आ रहा है. डिल्डो तो कभी भी लंड की जगह नहीं ले सकता.
मैं उनकी कमर हाथों में लेकर उनकी चूत को काम रस से भर रहा था. फिर मैंने ममता को सीधा किया, ममता ने अपनी टांगे हाथों से पकड़कर ऊपर कर ली.
मैंने लंड ममता की गांड पर लगाया ममता ने झट से रोक दिया और कहा आज नहीं प्लीज आज तुम चुत में ही डालो, फिर कभी पक्का डलवा दूंगी गांड में.
मैंने लंड चूत पर लगाया और जोर के झटके से चूत का पूरा अंदर तक डाल दिया और इस बार तेजी से झटके लगाना शुरु किया, ममता अपने होंठ दांतों में दबाकर आवाज निकालने लगी और नीचे ममता के मोटे मोटे कूल्हे मेरे कूल्हों से टकरा कर थक थक थक करते हुए कमरे में गूंजने लगे.
मैंने ममता की टांगों को बाहों में भर कर लंबे लंबे झटके मारने शुरू कर दिए ममता अपना सर इधर उधर पटकने लगी बस करो बस करो प्लीज़ बोलने लगी.
मैं चाहता था कि मैं जड जाऊं फिर ही रुकूंगा, मेने झटके लगाना जारी रखा, ममता बेड शीट मुठ्ठियों में भर के आवाज  निकाल रही थी रुक जा यार कितना चोदेगा बड़बडाती रही.
फिर पास ५-६ बड़े बड़े जोर दार झटके से ममता की चूत में अपना माल भर दिया, ममता ने जोर से मेरी छाती पर हाथ मारा और बोली तुझे यह नहीं बोला था कि रेप ही करदे मेरा, मैंने कहा ममता रेप थोड़ी किया तुमने खुद चुदवाया.
ममता बोली पागल जैसे तू ने चोदा है वह एक रेप ही था, फिर मैंने उन्हें प्यार से किस किया और उनके पीछे से चिपक के एक हाथ उनकी गांड पर रख कर सो गया.

मेरी पहली मजा चुत का

हेलो दोस्तों मेरा नाम रोकी है मेरी उम्र 23 साल है दिखने में एवरेज हूं बॉडी भी अच्छी है. मेरी हाइट 5 फुट 6 इंच है रंग साफ है मैं पंजाब अमृतसर से बिलॉन्ग करता हूं कोई लड़की का भी आस-पास है ढूंढ रहा हूं जो मिल जाए और अपने आप को और उसकी भी प्यास मिटा सको
यह स्टोरी तब की है जब मैं बारहवीं के एग्जाम के बाद फ्री था कोई टेंशन नहीं था मैं बस सारा दिन स्टोरी पढ़ता रहता था और पोर्न देखता रहता था. सोचता था कि कब मेरी प्यास बुझेगी और बस फिर क्या तीन चार बार मुट्ठ मारता था पर दिल को तसल्ली नहीं होती थी. सोच रहा था कि कोई कॉल गर्ल को ही चोद दू पर इतनी हिम्मत नहीं थी कि बाहर जाकर सेक्स कर सकूं. अपने आस पास ही देखने लगा शायद कोई लड़की, भाभी मिल जाए. मैं थोड़ा सा शर्मीला भी था, ज्यादा लड़कियों से बात नहीं करता था.
फिर एक दिन मेरी नज़र मेरे पास वाले घर पर पड़ी उनकी एक छोटी लड़की थी उसका नाम ऐश था वह ज्यादा छोटी थी मतलब १० साल की थी, पर दिखने में एक सॉफ्ट सी गुड़िया जैसी थी. रंग दूध जैसा सफेद था और लिप्स एकदम लाल से थे. थोड़ी पतली थी उसके मम्मे अभी निकले नहीं थे, पर बहुत ही नॉटी थी. मैंने उससे मजे लेने की सोची.
एक दिन मेरे घर कोई नहीं था मुज़े बहुत ही मस्ती चढ़ी हुई थी. मैं चूत को पाने के लिए मरा जा रहा था और तड़प रहा था. मेरा लंड एकदम टाइट हो गया था मानो अभी फट जाएगा.
फिर अचानक मुझे बाहर ऐश की आवाज सुनाई दी. मैं बाहर गेट पर गया तो वह अकेली बोल के साथ बाहर खेल रही थी. मैंने उसे अपने घर अंदर बुलाया और कमरे में ले जाकर उसे एक दम जोर से गले लगा दिया. उसने कुछ नहीं कहा और बस सीधे खड़ी रही. २ मिनट बाद मैंने उसकी बेक को रब करना शुरु किया और उसके चूतड़ को दबाने लगा. वह एकदम चुप रही और मुझे देखती रही. मेरा लंड तो एकदम से कड़क हो गया था, जो कि ६ इंच का है. मेरी पेंट में पूरा टेंट बन गया.
अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. फिर मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसके किस करना शुरु कर दिया उसके लिप्स जो बहुत ही ज्यादा शौक है उसे चूसने लगा और उसके गालों और गर्दन पर काटने लगा वह चुपचाप देख रही थी मैंने धीरे धीरे नीचे गया और उसके मम्में को चूसने लगा वह अभी बहुत ज्यादा छोटे थे .मैंने ज्यादा नहीं चुसे, फिर मैं सीधा उसके नीचे गया तो उसकी पैंटी उतार दी.
उस टाइम उसकी चूत पर कोई बाल नहीं था. मैंने उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया. वह थोड़ा सा घबरा गयी पर मैंने उसको कहा कुछ नहीं होगा. वह फिर लेट गई मैं पूरे जोश के साथ सक किए जा रहा था, जैसे कोई शेर अपना शिकार को करता है.
मैंने अपनी जीभ थोड़ी सी अंदर डाली और आगे पीछे करने लग गया, वह छटपटाने लगी मुझे दूर करने लगी.
फिर मैं रुक गया और उसे समझाया कुछ नहीं होगा, और फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसकी चूत पर रख दिया और ऊपर से रगड़ने लगा. फिर मैंने उसकी टांगें फैलाई और लंड उसकी चूत में डालने लगा पर अंदर नहीं जा रहा था, उसे दर्द होने लगा. मैंने ज्यादा जोर नहीं लगाया सिर्फ मेरा लंड का टोपा ही अंदर गया था उसकी चूत बहुत ज्यादा टाइट थी. मैं ऐसे ही टोपा अंदर बाहर करने लगा. मैंने डर से ज्यादा तो नहीं लगाया. २ मिनिट मैं ऐसे ही करता रहा.
फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसे उठाया और लंड को मुंह में लेने को बोला. उसने झट से लंड मुंह में ले लिया और मैंने उसे लोलीपोप  चुसने को बोला. वह मेरा लंड चूसने लगी, मुझे बहुत मजा आने लगा. मैं पागल हो गया था मानो जैसे कोई जन्नत मिल गई हो. वह तो मेरा लंड चूसे जा रही थी मैं सातवें आसमान में था. फिर मैंने उसका सर पकड़ा और अपना लंड से जोर जोर से उसके मुंह को चोदने लगा. मैं पागलों की तरह आह ओह अह्ह्ह ह अहह एस उऔऔ ओह हां की आवाज कर रहा था, पूरा सेक्स के नशे में था. उसने मेरा लंड सारा थूक से भर दिया था. मैं और तेज आवाज करने लगा मेरा काम होने वाला था.
मैंने उसे गालियां निकालने शुरू कर दी. हरामजादी, तेरी मां की चूत, तेरी बहन की मारी चूत, कुतिया, भोसड़ी की, ओर तेज आवाजे करने लगा और एक जोरदार चीख मारी और मेरा सारा माल उसके मुंह में गिर गया, उसका पूरा मुंह मेरे माल से भर गया. इतना माल मुठ मारकर भी नहीं निकलता था. फीर मैं बेड पर ही गिर गया मानो बॉडी में जान ही नहीं है. उसने सारा माल बाहर नीचे थूक दिया और मुझे देखने लगी. १० मिनट बाद में उठा और सारा साफ किया उसे भी और अपने आप को भी.
फिर मैंने उसे खाने पीने का सामान लेकर दिया, और किसी को बताने के लिए मना किया. वह खुश हो कर चली गई. मैं काफी रिलैक्स फील कर रहा था. पर चूत ना मिलने का दुख था मुझे.
फिर एक दिन मुझे मेरे एक दोस्त ने मुझे एक हॉस्पिटल में जॉब लगवा दी. वहां पर मैंने चूत का मजा लिया, वह मैं आपको अपनी अगली स्टोरी में बताऊंगा.

बीबी की चुदाई की मस्ती

हेलो दोस्तों, मैं हिंदी सेक्स स्टोरी का बहुत पुराना रीडर हूं. आज मैं आपको मेरा अपना एक्सपीरियंस शेयर करने जा रहा हूं.
मेरा नाम संदीप है, मेरी उम्र २५ साल हे. में दिल्ली में रहता हूं. अभी एक कंपनी में इंजीनियर हूं और मैरिड हूं. मेने लव मेरेज की हे. मैंने फेसबुक पर मिली एक लड़की के साथ शादी कर ली है, हमारी रिलेशनशिप ४ साल चली थी, बाद में हम ने शादी कर ली. मेरी शादी को २ साल हो चुके हैं.
पहले मैं आपको अपनी फैमिली के बारे में बताता हूं. मेरी फैमिली में मैं, मेरा भाई, मेरी मां और मेरे डैड है. मेरे डेड और मेरी मां पंजाब में रहते हैं. मेरे भाई की शादी हो गई है और वह बेंगलुरु में रहता है. जैसे कि मैंने बताया मेरी भी शादी हो गई हे और मेरा भाई भी एक कंपनी में नौकरी करता है और मेरी पत्नी भी नौकरी करती है. मेरी पत्नी की उम्र २६ साल है और उसका नाम माधवी  है. उसकी बॉडी बहुत ही परफेक्ट सेक्सी है. उसकी फिगर ३६-२४-३६ है, पतली कमर, बड़े चूचे, सच बोलू दोस्तों मैं अपने आप को लकी मानता हूं कि मेरी बीवी इतनी सेक्सी और सुंदर है.
अब में आज की कहानी पर आप को ले चलता हु.
यह बात एक साल पहले की है, हमारी शादी को एक साल हुआ था, सब कुछ सही चल रहा था. हम दोनों बहुत ही खुश थे. हमारी सेक्स लाइफ भी एकदम मस्त चल रही थी. में उसको हर रोज चोदता था. वीकेंड्स पर हम दोनों मिल कर दारु पीकर वाइल्ड सेक्स करते थे. मेरी बीवी को वाइल्ड सेक्स बहोत ही ज्यादा पसंद हे.
पर एक साल के अंदर धीरे धीरे में ठंडा पड़ने लग गया, मैं बोर होने लगा और वह भी बोर हो गई थी, जो कि मुझे उस ने बाद में बताया. जैसा मैंने बताया में शुरू से ही सेक्स स्टोरी पढ़ता था मुझे कहानियां पढनी बहुत पसंद थी.
मैंने एक दिन सोचा क्यों ना बीवी को किसी से चुदवाया जाए. शुरू से ही मेरी डिजायर थी पर सोचता नहीं था लेकिन अब मैंने सोच अब मेने सोचा की माधवी को किसी से चुद्वाता हु. पर यह इतना आसान नहीं था, मुझे नहीं लगता था कि माधवी से मैं यह बोल भी पाऊंगा.. सो मैंने दूसरा रास्ता अपनाया. उसकी मर्जी से नहीं पर ऐसा माहौल बनाता हूं कि वह किसी गैर मर्द से चुदने पर मजबूर हो जाये.
में मेरा अगला प्लान करने लगा और एक लड़के की तलाश करने लगा जो माधवी की गांड को फाड़ सके और उसे चुदाई से खुश कर सके.
मेरी ऑफिस में मेरा एक दोस्त है उसका नाम था रोकी. जो हमेशा से जिम जाता था उसने बहुत ही मस्त सेक्सी बॉडी बना रखी थी. मैंने सोचा कि वह सही बंदा है मेरे काम के लिए. मैं रोकी का अच्छा दोस्त था तो उसको मैंने कुछ नहीं बताया कि क्या मेरे दिमाग में चल रहा है/ मैं रोकी के साथ ड्रिंक करता था तो काफी क्लोज़ था पर उसको बताता तो वह सोचता कि कैसा पति के जो बीवी को अपने दोस्त से चुदवाना चाहता है.
फिर मैंने प्लान बनाया कि उस को मेरे घर पे इनवाइट करता हूं मेरे वाइफ के बर्थडे पर, और फिर दारु का प्लान बनाया, वह तैयार हो गया, लेकिन उसको मेरे घर आना और मेरे वाइफ के सामने दारू पीना कुछ अजीब लग रहा था. अक्चुअली आज तक उसको मैं कभी अपने घर पर नहीं लेकर गया था और ना ही बीवी से मिलवाया था. लेकिन मैंने उसको तैयार किया कि कुछ नहीं होगा आ जा पार्टी करेंगे और मैंने अपनी पत्नी को भी बता दिया था की मेरा एक बहुत ही अच्छा दोस्त रोकी तुम्हारी बर्थडे पर अपने घर पर आने वाला है.

बर्थडे के दिन मेरी छुट्टी की थी और मेरी वाईफ ने भी छुट्टी कि थी. उस दिन शुक्रवार था. मैंने दारू का सारा इंतजाम कर दिया था. मैंने वोडका और व्हिस्की ला रखी थी. और चार बियर की बोतल भी ले रखी थी. और बीवी ने सारा खाना वगैरह बना दिया था. मैं केक भी लाया था. ७ बज गए थे और ८ बजे रोकी आने वाला था, मैंने अपनी पत्नी से कहा सेक्सी ड्रेस पहनकर तयार हो जाओ. उसने लाल कलर की वन पीस ड्रेस पहन रखी थी वह उसमें क़यामत दिख रही थी.
८ बज गए पर रोकी आया नहीं मुझे पता था वह आने वाला है, मैं जानबूझकर वोशरुम चला गया ताकि दरवाजा माधवी खोले. 3 मिनट बाद घंटी बजी वह रोकी था. जब मेरी बीवी ने दरवाजा खोला तो रोकी का मुंह खुला का खुला रह गया, वह मेरी पत्नी को देखते पागल हो गया, एक नजर से उसके चेहरे को देख रहा था और माधवी भी रोकी को देखती रही. २ मिनट के बाद उन्होंने बोलना शुरु किया.
माधवी ने कहा : हाय रोकी तुम ही हो ना.
उसने कहा हां.
माधवी ने कहा : प्लीज अंदर आ जाओ.. हम आपका ही इंतजार कर रहे थे.
रोकी ने कहा मैं ट्रैफिक में फस गया था… आपको हैप्पी बर्थडे और उसने मेरी बीवी को एक गिफ्ट दिया.
माधवी ने कहा थैंक्यू, तुम बैठो मैं तुम्हारे लिए पानी लाती हूं.
तब मैं आ गया और मैं रोकी से बात करने लगा और रोकी साला किचन की तरफ माधवी को ही देखा जा रहा था, मैं खुश था की मेरा प्लान काम कर रहा था, माधवी पानी लेकर आई और हमारी कैजुअल बात शुरू हो गई. बातों में भी रोकी माधवी को भी घुर रहा था, माधवी भी समझ गई थी की रोकी उसको देख रहा है, लेकिन उसने कोई रीएक्शन नहीं दिया.
आधे घंटे बाद मैंने केक काटने का प्रोग्राम शुरू किया. माधवी ने केक काटा और हमने उस को विश किया. मैंने सोचा कि केक काट ले साली तेरी चूत फटने वाली हे थोड़ी देर में, जब केक सब हो गया तो मैं ड्रिंक लेकर आया और मैंने सब कुछ टेबर पर लगा दिया और सोफे पर बैठ गया.
पहले रोकी और माधवी दोनों शरमा रहे थे कि कैसे सामने पिए. पर मुझे पता था दोनों पियक्कड़ है, एक पेग जाते ही एक बोतल खत्म.. हमने ड्रिंक करना शुरू किया माधवी ने वोडका लिया में और रोकी ने व्हिस्की से शुरुआत की, माधवी ने स्नेक्स में नॉन वेज और वेज दोनों बनाए थे.
एक पेग लेने के बाद..
माधवी ने कहा : मैं भी व्हिस्की पियूंगी.
रोकी ने कहा : शुअर भाभी?
भाभी बोलने पर माधवी ने मुंह बनाया थोड़ा सा जैसे कि उसको पसंद नहीं आया. रोकी इशारों इशारों में सॉरी बोलने लगा. फिर माधवी ने स्माइल किया और हमने दूसरा पेग भी चढ़ा दिया.
फिर मैंने तीसरे पैक में व्हिस्की और वोडका को मिला दिया, मस्त पैक बना था. सर हील गया. मैं यही चाहता था कि रोकी और माधवी दोनों होश में ना रहे. मैं अपने पेग जानबूझकर छोटे बना रहा था पर उन दोनों ने नोटिस नहीं किया. फिर चौथा पेग बनाया माधवी ने अब मैं बीयर भी ले आया, वह भी मिक्स कर दी वोडका और व्हिस्की के साथ. सुपर पैग बना था, पीते ही हम सब जूम गए, मुझे लगा अब पियूंगा तो सो जाऊंगा और मुझे कंट्रोल करना पड़ेगा.
फिर मैंने एक और पैग बनाया तीनों का और खुद का पेग मैंने गिरा दिया किचन में जाकर. वह दोनों नशे में थे पता नहीं चला उनको मैं वापस आया हूं. और बोला यार बहुत चढ़ गई है थक भी गया था दिन भर के इंतजाम से. तो मैंने बोला मैं सोने जा रहा हूं.
रोकी बोला ऐसे कैसे अभी यहां पर बैठ. मैंने  वोमीटिंग का बहाना लगाया और भाग के बेडरूम के वोशरुम में आ गया,  मन ही मन रोकी बहुत खुश था और माधवी भी खुश थी.
हमारा घर वन बीएचके है तो ज्यादा बड़ा नहीं है आराम से उनकी बातें सुनाई दे रही थी.
रोकी ने कहा : तो भाभी जी सॉरी माधवी पैग बनाएं?
माधवी ने कहा (कमरे की तरफ देखते हुए) नहीं रोकी सिगरेट पीने का मन है मेरा.
मुझे झटका लगा कि सिगरेट भी पीती है? मुझे कभी नहीं बताया. फिर मैं बातें सुनने लगा.
रोकी ने कहा : माधवी तुम ने तो मेरे मन की बात कर दी, चलो बालकनी में.
रोकी उठा और चल दिया माधवी उठते ही गिरने जैसी लगी तो रोकी ने पकड़ लिया. और बहाने से कमर पर कस के पकड़ लिया. दोनों अलग हो गए रॉकी ने कहा सॉरी. माधवी ने कहा व्हाट सोरी,  में गिर जाती तो?
दोनों हंसे और बालकनी में पहुंच गए. दोनों ने सिगरेट पी और बातें की.
रोकी ने कहा : माधवी यू आर वेरी ब्यूटीफुल.
माधवी ने कहा : थैंक्यू यू, आर आल्सो वेरी हॉट, जिम करते हो हा.
रोकी ने कहा : संदीप की किस्मत सही है.
माधवी ने कहा : क्यों?
रोकी ने कहा : इतनी सुंदर बीवी किस्मत वालों को मिलती है.
माधवी ने कहा : तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं है? रोकी ने कहा है पर तुम जैसी सेक्सी नहीं है.
सिगरेट खत्म होने के बाद माधवी होल वाले वॉशरूम में गई, शायद मुतने, रोकी हरामी साला बाथरूम के की होल से देखने लगा, मैं इंजॉय कर रहा था.
माधवी बाहर आ गई और सोफे पर आकर बैठ गयी.
माधवी ने कहा : पैग बना यार…
रोकी ने कहा : बियर हे और व्हिस्की?
माधवी ने कहा : चलेगा.
दोनों ने फिर पेग उठाया और चियर्स और गटक गए. और अब दोनों को बहुत ही चढ़ी हुई थी.
रोकी उठा और माधवी के पास बैठ गया माधवी भी थोड़ा क्लोज हो गई. रोकी माधवी से बोला
रोकी ने कहा : माधवी आई वांट टू फक यू.
मैं तो एकदम से शोक्ड हो गया, की  कितना स्ट्रेट साला हरामी.
माधवी की आंखें खुली हुई थी और रोकी को देखकर बोली.
हरामी तू तो लग रहा था पर इतना स्ट्रेट होगा यह सोचा नहीं था, और हंसने लगी. रोकी समझ गया की बात बन गई हे.
माधवी ने कहा : मैं तो तभी समझ गई थी जब तू बाथरुम के की होल से झांक रहा था.
रोकी मुस्कुराया और माधवी पर जपट पड़ा, माधवी ने दरवाजे की तरफ देखा और स्मूच करने लगी, दोनों ने पी रखी थी. और वह पागलों की तरह मौन करने लगे और स्मूच कर रहे थे, मुझे मजा आने लगा. रोकी ने चूचे दबाने स्टार्ट कर दिए ऊपर से और माधवी भी पागलों की तरह मौन कर रही थी.
दोनों इतने मदहोश हो गये थी किस सोफे से गिर गये और उसके लिप्स छुटे नहीं. किस करते रहे. रोकी पूरा जोश में आ गया था, और उसने ड्रेस ही फाड़ डाली. माधवी  को भी वाइल्ड सेक्स पसंद है मुझे पता है वह कुछ नहीं बोली अब माधवी बस ब्रा और पेंटी में थी. रोकी पागलों की तरह लगा हुआ था और किस करने लगा. १५ मिनट तक किस किया उन्होंने. माधवी पूरी रंडी लग रही थी उसके सारे बाल सब खुल गए थे रोकी ने फिर ब्रा खोली.
रॉकी ने कहा : क्या सेक्सी चुचे हैं तेरे.
माधवी ने कहा : चूस इनको दबा दे साले.
रोकी यह भाषा सुन के सरप्राइज़ हो गया.
माधवी ने कहा : देख मत साले, रंडी हूं मैं.. चुदे बगैर नहीं रह सकती.
रोकी ने कहा : कितने लंड ले चुकी है आज तक तू?
माधवी ने कहा : कोई हिसाब नहीं है.
रोकी ने फिर पेंटी उतारी और चूत देख कर मदहोश हो गया, पिंक चूत थी माधवी  की एकदम क्लीन शेव्ड.
रोकी से रहा नहीं गया और चूत पर टूट पड़ा चूत चाटने लगा, माधवी आह्ह ओह्ह हहह ओह हहह ओह्ह अह उऔउ येस्स अह्हह हो हहह ह्हह इःह्ह इम्म्म ओह्ह्ह  जोर से मौन करने लगी. तेरी जीभ अंदर डाल साले और चाट भेन्चोद चाट कर लाल कर दे मेरी चूत को.
माधवी की यह लैंग्वेज सुनकर मैं चकित हो गया, मेरे साथ कभी ऐसा नहीं हुआ था. उसका यह अवतार देखकर में हैरान हुआ और खुश भी.
रोकी ने अपने कपड़े उतार दिये और लंड निकाल कर माधवी को बोला रंडी साली चूत चटवाई अब इसको चुसेगा कौन तेरी मां??
माधवीने कहा : मा तो चुदक्कड थी तभी तो मैं ऐसी हूं, अभी तेरा चूसती हूं साले.. ना तेरा माल जाड दिया अपने मुंह में तो मेरा नाम भी माधवी नहीं.
यह बोल कि उसके लंड को पकड़ा और एक ही बार में पूरा अंदर कीया.. रोकी सिसकियां लेने लगा.
माधवी लंड को चूसे जा रही थी, गप गप गप गप जैसी आवाज आ रही थी, टट्टे भी मुंह में डाल दिये माधवी ने रोकी साला जड़ने वाला था.. पर माधवी ने छोड़ा नहीं पूरा माल मुंह में ले लिया पर पिया नहीं और अपने ऊपर उगल दिया. पूरे चेहरे पर पेट उसका माल से भर गया.
अब रोकी ठंडा हो गया था, तो दोनों बात करने लगे. मेरा भी दिमाग ठनका, मैंने सोचा क्यों ना वीडियो बना लूं. पर कैमरे की लाइट पड़ती और वह समझ जाते. मैंने ऑडियो रिकॉर्डर ओन किया और बातें रिकॉर्ड करने लगा.
रोकी ने कहा : तू तो रंडी हे पक्की साली.
माधवी ने कहा : हां हु तो मजा दिया ना..
रोकी ने कहा : मजा तो बहुत आया, तेरा पति साला पी के पड़ा है, यहां बीवी चुद रही है, मजा तो खूब दिया रंडी साली.
माधवी ने कहा : संदीप भी मुझे खूब चोदता है, पर ऐसी बातें नहीं करते हम और उसको यह भी नहीं पता कि मैं औरों से चुद्वाती हूं.
रोकी ने कहा : कितनों से चुदवाया है जानेमन??
माधवी ने कहा : याद नहीं पर २०-२२ से तो चूदी हुंगी आज तक.
रोकी ने कहा : आज २३ हो गए तो साली.
माधवी हंसने लगी
संदीप का फिर से खड़ा हो गया था, क्योंकि माधवी के हाथ में ही था कबसे.
संदीप चूत को सहलाने लगा, माधवी भी तैयार थी, संदीप उसके ऊपर चढ़ा और ८ इंच का लोड़ा उसकी चूत में उतार दिया. माधवी ने हल्की सी उईइ की और मजे लेने लगी. रोकी ने उसे १५ मिनट तक उस पोज में चोदा फिर डॉगी स्टाइल में मारने लगा, धकाधक पेल रहा था, माधवी भी जोश में आ गई और आवाज आह्ह ओह हां हँ उःह्ह इह ह्हह्ह ओह हहह आम्म्म निकालने लगी.
माधवी सिसकियां लेती बोली चोद साले मादरचोद भोसड़ा बना दे चूत का, रोकी ने कहा हां रंडी देखती जा और स्पीड बढ़ा दी. रोकी ने माधवी को कहा में जड़ने वाला हु कहा निकालू रंडी??
माधवी ने कहा चूत में छोड़ तेरा गरम माल में अंदर महसूस करना चाहती हूं. जड दे अंदर ही.
रोकी ने कहा प्रेगनेंट हो गई तो साली?
माधवी ने कहा तू इसकी फिक्र मत कर,.. गोली है मेरे पास, रंडी हूं तो गोली रखनी पड़ती है.
रोकी जोश में आ गया और जोर से झटके देने लगा और चूत को माल से भर दिया. माधवी भी जड गई, दोनों थक गए थे, और दारू भी उतर गई थी. दोनों उठे और बाहर वाले बाथरूम में जाकर साफ वगैरा किया और कपड़े पहनने लगे.
रोकी ने कहा मजा आ गया माधवी.
माधवी ने कहा तू भी कम नहीं है, तेरा लंड भी मस्त है, बहुत दिनों बाद मिला ऐसा लौड़ा.
रोकी ने कहा मैं चलता हूं फिर रात को यहां रुकूंगा तो शक होगा.
माधवी ने कहा ओके मैं संदीप को बोल दूंगी कि  थोड़ी देर बाद रोकी चला गया था.
रोकी फिर एक बार चूची दबा कर और किस कर के निकल गया. माधवी ने भी थोड़ा बहुत साफ किया और बेडरूम में आ गई. मैं तो नींद में होने की एक्टिंग में ही था. वह आई और सो गई नशे में थी और चुद के आई थी, नींद पड गई. मैं भी सो गया थोड़ी देर में.