Sunday 12 February 2017

मेरी पहली मजा चुत का

हेलो दोस्तों मेरा नाम रोकी है मेरी उम्र 23 साल है दिखने में एवरेज हूं बॉडी भी अच्छी है. मेरी हाइट 5 फुट 6 इंच है रंग साफ है मैं पंजाब अमृतसर से बिलॉन्ग करता हूं कोई लड़की का भी आस-पास है ढूंढ रहा हूं जो मिल जाए और अपने आप को और उसकी भी प्यास मिटा सको
यह स्टोरी तब की है जब मैं बारहवीं के एग्जाम के बाद फ्री था कोई टेंशन नहीं था मैं बस सारा दिन स्टोरी पढ़ता रहता था और पोर्न देखता रहता था. सोचता था कि कब मेरी प्यास बुझेगी और बस फिर क्या तीन चार बार मुट्ठ मारता था पर दिल को तसल्ली नहीं होती थी. सोच रहा था कि कोई कॉल गर्ल को ही चोद दू पर इतनी हिम्मत नहीं थी कि बाहर जाकर सेक्स कर सकूं. अपने आस पास ही देखने लगा शायद कोई लड़की, भाभी मिल जाए. मैं थोड़ा सा शर्मीला भी था, ज्यादा लड़कियों से बात नहीं करता था.
फिर एक दिन मेरी नज़र मेरे पास वाले घर पर पड़ी उनकी एक छोटी लड़की थी उसका नाम ऐश था वह ज्यादा छोटी थी मतलब १० साल की थी, पर दिखने में एक सॉफ्ट सी गुड़िया जैसी थी. रंग दूध जैसा सफेद था और लिप्स एकदम लाल से थे. थोड़ी पतली थी उसके मम्मे अभी निकले नहीं थे, पर बहुत ही नॉटी थी. मैंने उससे मजे लेने की सोची.
एक दिन मेरे घर कोई नहीं था मुज़े बहुत ही मस्ती चढ़ी हुई थी. मैं चूत को पाने के लिए मरा जा रहा था और तड़प रहा था. मेरा लंड एकदम टाइट हो गया था मानो अभी फट जाएगा.
फिर अचानक मुझे बाहर ऐश की आवाज सुनाई दी. मैं बाहर गेट पर गया तो वह अकेली बोल के साथ बाहर खेल रही थी. मैंने उसे अपने घर अंदर बुलाया और कमरे में ले जाकर उसे एक दम जोर से गले लगा दिया. उसने कुछ नहीं कहा और बस सीधे खड़ी रही. २ मिनट बाद मैंने उसकी बेक को रब करना शुरु किया और उसके चूतड़ को दबाने लगा. वह एकदम चुप रही और मुझे देखती रही. मेरा लंड तो एकदम से कड़क हो गया था, जो कि ६ इंच का है. मेरी पेंट में पूरा टेंट बन गया.
अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. फिर मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसके किस करना शुरु कर दिया उसके लिप्स जो बहुत ही ज्यादा शौक है उसे चूसने लगा और उसके गालों और गर्दन पर काटने लगा वह चुपचाप देख रही थी मैंने धीरे धीरे नीचे गया और उसके मम्में को चूसने लगा वह अभी बहुत ज्यादा छोटे थे .मैंने ज्यादा नहीं चुसे, फिर मैं सीधा उसके नीचे गया तो उसकी पैंटी उतार दी.
उस टाइम उसकी चूत पर कोई बाल नहीं था. मैंने उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया. वह थोड़ा सा घबरा गयी पर मैंने उसको कहा कुछ नहीं होगा. वह फिर लेट गई मैं पूरे जोश के साथ सक किए जा रहा था, जैसे कोई शेर अपना शिकार को करता है.
मैंने अपनी जीभ थोड़ी सी अंदर डाली और आगे पीछे करने लग गया, वह छटपटाने लगी मुझे दूर करने लगी.
फिर मैं रुक गया और उसे समझाया कुछ नहीं होगा, और फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसकी चूत पर रख दिया और ऊपर से रगड़ने लगा. फिर मैंने उसकी टांगें फैलाई और लंड उसकी चूत में डालने लगा पर अंदर नहीं जा रहा था, उसे दर्द होने लगा. मैंने ज्यादा जोर नहीं लगाया सिर्फ मेरा लंड का टोपा ही अंदर गया था उसकी चूत बहुत ज्यादा टाइट थी. मैं ऐसे ही टोपा अंदर बाहर करने लगा. मैंने डर से ज्यादा तो नहीं लगाया. २ मिनिट मैं ऐसे ही करता रहा.
फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसे उठाया और लंड को मुंह में लेने को बोला. उसने झट से लंड मुंह में ले लिया और मैंने उसे लोलीपोप  चुसने को बोला. वह मेरा लंड चूसने लगी, मुझे बहुत मजा आने लगा. मैं पागल हो गया था मानो जैसे कोई जन्नत मिल गई हो. वह तो मेरा लंड चूसे जा रही थी मैं सातवें आसमान में था. फिर मैंने उसका सर पकड़ा और अपना लंड से जोर जोर से उसके मुंह को चोदने लगा. मैं पागलों की तरह आह ओह अह्ह्ह ह अहह एस उऔऔ ओह हां की आवाज कर रहा था, पूरा सेक्स के नशे में था. उसने मेरा लंड सारा थूक से भर दिया था. मैं और तेज आवाज करने लगा मेरा काम होने वाला था.
मैंने उसे गालियां निकालने शुरू कर दी. हरामजादी, तेरी मां की चूत, तेरी बहन की मारी चूत, कुतिया, भोसड़ी की, ओर तेज आवाजे करने लगा और एक जोरदार चीख मारी और मेरा सारा माल उसके मुंह में गिर गया, उसका पूरा मुंह मेरे माल से भर गया. इतना माल मुठ मारकर भी नहीं निकलता था. फीर मैं बेड पर ही गिर गया मानो बॉडी में जान ही नहीं है. उसने सारा माल बाहर नीचे थूक दिया और मुझे देखने लगी. १० मिनट बाद में उठा और सारा साफ किया उसे भी और अपने आप को भी.
फिर मैंने उसे खाने पीने का सामान लेकर दिया, और किसी को बताने के लिए मना किया. वह खुश हो कर चली गई. मैं काफी रिलैक्स फील कर रहा था. पर चूत ना मिलने का दुख था मुझे.
फिर एक दिन मुझे मेरे एक दोस्त ने मुझे एक हॉस्पिटल में जॉब लगवा दी. वहां पर मैंने चूत का मजा लिया, वह मैं आपको अपनी अगली स्टोरी में बताऊंगा.

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